लोकमंच से एक दर्जन से अधिक लोगो का इस्तिफा - शशांक पटेल की रिपोर्ट

इटावा राष्ट्रीय लोकमंच कार्यकारिणी के एक दर्जन से अधिक पदाधिकारियों व सदस्यों ने दिया इस्तीफा प्रदेश सचिव का कहना की पार्टी की खराब नीतियां और पार्टी महासचिव श्री अरविन्द सिंह के मनमाने अंदाज से राजनीति कराने के चलते हम सब दे रहे है इस्तीफा।
इटावा आज राष्ट्रीय लोकमंच के प्रदेश सचिव अरूण दुबे ने अपने एक दर्जन से अधिक साथियों के साथ लोकमंच पार्टी से इस्तीफा दे दिया। प्रदेश सचिव अरूण दुबे का कहना है कि पार्टी की खराब नीतियां और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरविन्द सिंह का मनमाने अन्दाज से राजनीति करवाना हम लोगों के इस्तीफे का कारण बना है प्रदेश सचिव ने बताया कि प्रदेश की अध्यक्ष अमर सिंह ने भी हम लोगों से भी यह कह दिया था कि आपके नेता अरविद सिंह ही है वो जो भी कहगे उसी तरह आप करेंगे। लेकिन अरविन्द सिंह चाटुकारों के बीच में फसे हे और पार्टी में मेहनत करने वालों का नजर अन्दाज कर रहे है। प्रदेष सचिव अरूण का कहना था कि बिना किसी कारण के प्रदेश महासचिव महिपाल सिंह राकेश को अरविन्द सिंह ने पार्टी से निष्कासित कर दिया जिन्होने पार्टी की नींव रखी और लोकमंच को प्रदेश ओर देश में नाम दिया ,उन्हीं को इस तरह निकाल दिया तो हमलोगों का पार्टी में रहना मुश्किल था इसलिये हम लोगों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हम ही नहीं प्रदेश में एक दर्जन से अधिक जिलों के पार्टी के कार्यकारिणी के सदस्य लगातार इस्तीफा दे रहे है जिनमें प्रमुख जनपद गोण्डा, बहराईच, कानपुर, आगरा, सीतापुर, उन्नाव, झासी, हरदोई, उरई, बांदा, श्रावस्ती आदि प्रमुख जिले हैं। प्रदेश सचिव का अरूण दुबे का यह भी कहना था कि अरविन्द सिंह जी अपने पैसे से प्रदेश खरीदना चाहते है न कि प्रदेश का उत्थान करना। हम लोग उस पार्टी का साथ देने निकले थे जो कि सही मायने में पार्टी है ही नहीं सिर्फ और सिर्फ कुछ लुटेरों का समूह है।

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