पोल-खोल


                  पाखन्डी का ढोंग


भर्थना थाना क्षेत्र के अन्तर्गत कंधेसी गांव में एक पाखन्डी ने ऐसा जाल फैलाया कि दर्जनों गांव के लोग उसके जाल में फस गये। उस धुर्त ने लोगों में ये फैलाया कि नांग पंचमी को उसे नागिन डसने आयेगी लेकिन आज नाग पंचमी के दिन गांव के लोगों ने उसे पाखन्ड को पकड़ लिया।


इटावा जनपद के भर्थना थाना क्षेत्र के कंधेसी गांव के (सत्तो) नाम व्यक्ति ने पिछले दो महीने से क्षेत्र में ये बात फैला रखी थी कि उसे सपने में एक नागिन दिखती है और जो उसे डसने के लिए आने वाली है यह बात जब क्षेत्र में धीरे-धीरे फैली तो उसके घर के दरवाजे पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई और अन्धविश्वासी जनता ने चढ़ावा चढ़ाना शुरू कर दिया दो दिन पहले उस धुर्त ने ये बात प्रचारित करनी शुरू कर दी कि नाग पंचमी के दिन उसे नागिन डसने आयेगी। इस खबर के फैलते ही आज सुबह से ही दूर दूर से लोगों की भीड़ आनी शुरू हो गई लोग ये जानना और देखना चाह रहे थे कि आखिर कैसे नागिन आयेगी और इसको डसेगी लेकिन गंाव के कुछ साहसी लोगों ने आज उसके घर में घुस कर उसके पाखन्ड की सारी पोल खोल दी जिस नागिन के बारे में उस पाखन्डी ने फैला रखा था कि आज 10 बजे तक वो नागिन आकर के मुझे डसने वाली है वो नागिन लोगों को उसके घर के कमरे में अधमरी हालत में मिली लोगों नागिन को उठाकर बाहर ले आये और पूरे गांव में घुमा-घुमाकर ये दिखलाया कि किस तरह से ये घुर्त लोगों को मूर्ख बनाकर अपना उल्लू सीधा कर रहा था।

लोगों का कहना है कि अन्धविश्वासी लोगांें को मूर्ख बनाकर वो पाखन्डी अपनी दूकान चला रहा था और आज नांग पंचमी के दिन एक निरीह नागिन को पहले से घर में अधमरा किये हुये रखे था और आज किसी भी वक्त धोखे से उस नागिन को लोगों के सामने लाकर एक बार फिर आज पास के गांव के लोगों को छलने का काम करता। लेकिन उससे पहले ही हम लोगों ने उसकी पोल खोल दी आक्रोशित लोगों ने उसके घर में घुसकर अन्धविश्वास के उस मंच को तोड़फोड़ डाला। जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुँची लेकिन तब तक वो पाखन्डी लोगों को चकमा देकर गांव से भाग चुका था। लोगों का कहना है कि जिस तरह नाग पंचमी के दिन एक नागिन को प्रताडि़त कर अपनी दूकान चलाने वाले को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। वही उस पाखन्डी की माँ का कहना है कि वो नागिन उसके घर में पहले से नहीं रखे थी कहे मुताबिक ही वो नागिन उसके घर आई थी और सपने में उसके डसने की बात पहले ही कह चुकी थी मामला चाहे जो भी हो लेकिन हमारे देश में अन्ध विश्वास की ओठ लेकर अपनी दूकान चलाने वालों की कमी नहीं है और अन्धविश्वासी लोगों की आँखे जब तक खुलती है तब तक ऐसे पाखन्डी लोगों को अन्धविश्वास की आड़ में लूट कर चलते बनते है।

                                                                                               - shashank patel